Sunday, 30 December 2018

फ्लेवर्स का धमाका: श्री अक्षयम रेस्टोरेंट, चेन्नई


  हाल ही में Official काम से बेंगलुरु और फिर वहां से चेन्नई जाना हुआ। 

दिल्ली से सीधा बेंगलुरु पहुंचा। यहाँ मेरा कार्यक्रम बहुत ही व्यस्त रहा और घुमक्कड़ी के लिए बिलकुल समय नहीं मिला। एक रात बेंगलुरु में होटल रैडिसन ब्लू Atria में रुका। होटल का विस्तृत रिव्यु पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें। 

अगली शाम मैंने बेंगलुरु से चेन्नई की फ्लाइट पकड़ी और शाम लगभग 6 बजे चेन्नई पहुँच गया। एयरपोर्ट से टैक्सी ली और चल दिया होटल Radisson Chennai City Centre की ओर। यहाँ भी मेरी एक ही रात की बुकिंग थी। इस होटल का विस्तृत रिव्यु पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें । 

एयरपोर्ट से निकलते ही तेज बारिश शुरू हो गयी। बारिश की वजह से चेन्नई में काफी ट्रैफिक हो गया था। जैसे तैसे होटल तक पहुंचे। बारिश ने रुकने का नाम ही नहीं लिया। मैंने प्लान किया था कि रात का खाना किसी साउथ इंडियन रेस्टोरेंट में होगा, लेकिन विवशता थी इसलिए होटल में ही डिनर किया। यानि अब तक के पूरे ट्रिप में एक बार भी परंपरागत दक्षिण भारतीय भोजन नहीं हुआ था। 

अगले दिन मेरी डिस्ट्रीब्यूटर के साथ मीटिंग थी। लंच टाइम पर डिस्ट्रीब्यूटर ने खाने के लिए मेरी चॉइस पूछी। बेहिचक मैंने उन्हें किसी ख़ास दक्षिण भारतीय रेस्टोरेंट में चलने के लिए कहा। डिस्ट्रीब्यूटर जी ने कुछ सेकंड सोचा और फिर बोला कि हम श्री अक्षयम रेस्टोरेंट में लंच करेंगे। 

उनके ऑफिस से निकले और 10 मिनट में हम रेस्टोरेंट पहुँच गए, जो कि अन्ना नगर में स्थित है। रेस्टोरेंट के पास ही एक काफी बड़ा पार्किंग स्पेस था। गाड़ी पार्क की गयी और रेस्टोरेंट पहुंचे। ग्राउंड फ्लोर पर बहुत से टेबल थे और सब के सब फुल थे। बल्कि काफी लोग वेटिंग में भी थे। हम लोग 1st फ्लोर पर पहुंचे। यहाँ हमें टेबल खाली मिल गया। 

डिस्ट्रीब्यूटर साहब ने मेनू मेरी तरफ बढ़ाया और बोला कि यहाँ नार्थ इंडियन खाना भी मिलता है। मैंने उन्हें बोला कि मुझे सिर्फ और सिर्फ दक्षिण भारतीय खाना ही खाना है और वो भी बढ़िया मसालेदार। उन्होंने कहा कि फिर तो साउथ इंडियन थाली आर्डर कर लेते हैं। फिर उन्होंने वेटर को बुला कर 2 साउथ इंडियन थाली आर्डर कर दीं । 

1 मिनट में 2 प्लेट्स हमारे सामने थीं। एक प्लेट में करारे पापड़ थे और दूसरी प्लेट में गन पाउडर, देसी घी और एक अचार था। जब तक खाना आया, हम लोग पापड खाते खाते बातें करने लगे। 5 मिनट बाद हमारा खाना टेबल पर आ गया। 

थाली क्या थी, स्वाद का भण्डार थी !! 9 कटोरियों में अलग अलग डिशेज़  और बीच में एक तवा परांठा। मैंने डिस्ट्रीब्यूटर को डिशेज़ के बारे में पूछा तो उन्होंने हर डिश का नाम और इंग्रेडिएंट्स बताये, हालाँकि खाने के स्वाद के आगे मैं इनका नाम बिलकुल भूल गया। थाली में सांभर, रसम, 2 सूखी सब्जियाँ - जिसमें एक चने और नारियल का बढ़िया फ्यूज़न था, 4 करी वाली सब्जियाँ, मीठे में पायसम, तवा परांठा और चावल थे। 

पूरा खाना बहुत ही स्वादिष्ट था। ख़ास बात तो ये कि किसी भी डिश में मसाले अधिकता में नहीं थे। मैंने थोड़े से चावल लिए और गन पाउडर तथा घी डाल कर चखे। गन पाउडर का टेस्ट भी जबरदस्त था। मीठे में पायसम बिलकुल ही बैलेंस्ड था। दाल, गुड़ और घी का बढ़िया फ्लेवर था। 

खाना ख़त्म हुआ और स्टाफ ने हमारे आगे से थालियां उठा ली। तभी वेटर 2 कटोरियों में एक-एक स्कूप आइसक्रीम ले कर आया। इतने बढ़िया खाने का इस से अच्छा अंत कुछ और नहीं हो सकता था। 

आइसक्रीम ख़त्म कर बिल मंगाया गया तो मैं हैरान ही रह गया। एसी रेस्टोरेंट में सर्व की गयी पूरी थाली की कीमत सिर्फ 150 रुपये। यानि हमारा बिल आया सिर्फ 300 रुपये। खाना पेट और जेब दोनों पर हल्का था। मैंने इतने अच्छे लंच के लिए डिस्ट्रीब्यूटर महोदय को दिल से धन्यवाद दिया। 

नीचे आये तो देखा कि मुख्य द्वार के पास एक काउंटर था जिस पर रेस्टोरेंट के अचार, चटनियाँ और गन पाउडर बिक्री के लिए उपलब्ध थे। मैंने एक गन पाउडर का डब्बा लिया जिसकी कीमत 100 रुपये / 250 ग्राम थी। 


अब देखिये थाली और गन पाउडर के फोटोग्राफ्स:






गन पाउडर 


No comments:

Post a Comment